अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस
अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस हर साल 8 मार्च के मनावा जात है [१]औ ई दिन दुनिया भर मा अलग अलग क्षेत्रऽन् मा औरतन के सम्मान, सराहना अउर परेम खातिर मनावा जात है।
इ संयुक्त राष्ट्र संघ कय ओर से चुनी गय राजनैतिक औ मानवाधिकार विषयवस्तु कय साथे औरतन कय राजनैतिक औ सामाजिक उत्थान खातिर मनावा जात है । कुछ लोग लाल रंग का रिबन पहनकर ई दिन मना रहे हैं. पहिला दिन 1909 में न्यूयॉर्क शहर मा सोशलिस्ट पार्टी का आयोजन भइल रहे. 1917 मा सोवियत संघ ई दिन एगो राष्ट्रीय अवकाश घोषित कइलस, अउर ई आसपास के अन्य देशन में भी फैल गइल. ई अब कई पूरबी देसन मा भी मनावा जात है।
इतिहास
सम्पादनअमेरिका मा सोशलिस्ट पार्टी के आह्वान पर, ई दिवस पहिला बेर 28 फरवरी 1909 के मनावल गयल रहे. एकरे बाद ई फरवरी के आखिरी इतवार का रूपिया लिहलस। 1910 मा सोशलिस्ट इंटरनेशनल के कोपेनहेगन सम्मेलन मा एकरा के अन्तर्राष्ट्रीय दर्जा दे दिहल गइल. उ समय एकर प्रमुख ध्येय महिला लोगन का मताधिकार दिलाव रहा, काहे कि उ समय अधिकतर देश में महिला का मताधिकार नाहीं रहा।[२]
1917 में रूस की औरतें, महिला दिवस पर, रोटी अउर कपड़ा खातिर हड़ताल पर जाए का फैसला कइलीं. ऐतिहासिक दृष्टि से भी ई स्थान काफी महत्वपूर्ण अहै। ज़ार सत्ता छोड़ दिहिन, अंतरिम सरकार औरतन का मताधिकार दिहिन। उ समय रूस मा जूलियन कैलेंडर चलत रहा अउर बाकी दुनिया मा ग्रेगरियन कैलेंडर। दुन्नो दिनांक एक दुसरे से भिन्न होवैं जूलियन कैलेंडर के हिसाब से फरवरी 1917 का आखिरी रविवार 23 फरवरी रहा जबकि ग्रेगोरियन कैलेंडर के हिसाब से ऊ दिन 8 मार्च रहा. अब पूरी दुनिया (यहां तक कि रूस में भी) ग्रेगोरियन कैलेंडर चला रहा है। यहिसे 8 मार्च का अर्तराष्ट्रीय महिला दिवस के रूप मा मनावा जात है।
मशहूर जर्मन एक्टिविस्ट क्लारा ज़ेटकिन [३] के जोरदार प्रयास के बदौलत साल 1910 में इंटरनेशनल सोशलिस्ट कांग्रेस महिला दिवस के अंतर्राष्ट्रीय स्वरूप अउर एह दिन के पब्लिक हॉलिडे खातिर सहमति देहले रही. एकर नतीजा इ भवा कि 19 मार्च 1911 का ऑस्ट्रिया, डेनमार्क औ जर्मनी मा पहिला आइ.डब्ल्यू.डी. आयोजित कीन गवा। यकतनहा नीम कै पेड़ गवाह, घर मा सब जिनिस लइकै घूमत हइन। तब से दुनिया भर मा 8 मार्च का अर्तराष्ट्रीय महिला दिवस के रूप मा मनावा जात है।
संयुक्त राष्ट्र संघ कय आधिकारिक विसय-वस्तु
सम्पादनवर्ष | यूएन विषय-वस्तु (हिंदी में अनुवादित) |
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1996 | अतीत का जश्न, भविष्य के लिए योजना |
1997 | महिलाओं और शांति तालिका |
1998 | महिला और मानवाधिकार |
1999 | महिलाओं के खिलाफ हिंसा से मुक्त विश्व |
2000 | शांति के लिए एकजुट महिलाएं |
2001 | महिला और शांति: महिला का संघर्ष प्रबंधन |
2002 | आज की अफगान महिला: वास्तविकता और अवसर |
2003 | लिंग समानता और सहस्राब्दी विकास लक्ष्य |
2004 | महिला और एचआईवी/एड्स |
2005 | 2005 के आगे लिंग समानता; अधिक सुरक्षित भविष्य का निर्माण |
2006 | निर्णय-लेने में महिलायें |
2007 | महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा को समाप्त करना |
2008 | महिला और लड़कियों में निवेश |
2009 | महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा को समाप्त करने के लिए महिला और पुरुष एकजुट |
2010 | समान अधिकार, समान अवसर: सभी के लिए प्रगति |
2011 | शिक्षा, प्रशिक्षण एवं विज्ञान और प्रौद्योगिकी की समान पहुँच: महिलाओं के बेहतरी का मार्ग |
2012 | ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाना, गरीबी और भूखमरी का अंत |
2013 | वचन देना, एक वचन है: महिलाओं के खिलाफ हिंसा को समाप्त करने के लिए कार्यवाही का समय |
2014 | महिलाओं के लिए समानता, सभी के लिए प्रगति है |
2015 | महिला सशक्तीकरण, ही मानवता सशक्तीकरण: इसे कल्पना कीजिये! |
2016 | 2030 तक, ग्रह में सभी 50-50: लैंगिक समानता के लिए आगे आये। |
2017 | कार्य की बदलती दुनिया में महिलाएं: 2030 तक, ग्रह में सभी 50-50 |
2018 | अब समय है: महिलाओं और महिलाओं के जीवन को बदलने वाले ग्रामीण और शहरी कार्यकर्ता अब हैं: ग्रामीण और शहरी कार्यकर्ता महिलाओं के जीवन को बदल रहे हैं |
2019 | समान सोचें, बिल्ड स्मार्ट, बदलाव के लिए नया करें |
2020 | मैं जनरेशन इक्वेलिटी: महिलाओं के अधिकारों को महसूस कर रही हूं |
2021 | नेतृत्व में महिलाएं; कोविड-19 दुनिया में एक समान भविष्य प्राप्त करना |
2022 | 'ब्रेक द बायस' है अर्थात पूर्वाग्रहों को तोड़ना। |
2023 | 'डिजिटऑल: लैंगिक समानता के लिए आविष्कार एवं तकनीक' है।[४] |
2024 | "इंस्पायर इंक्लूजन" यह विषय महिलाओं को समावेशन के महत्व को समझाने और महत्व देने के लिए प्रेरित करता है।[५] |
आधुनिक संस्कृति में
सम्पादनअफ़ग़ानिस्तान, अंगोला, आर्मेनिया, आज़रबाइजान, बेलारूस, बुर्किना फासो, कंबोडिया, चीन (केवल महिलाओं के लिए), क्यूबा, जॉर्जिया, गिन्नी - बिसाउ, इरीट्रिया, कजाखस्तान, किर्गिस्तान, लाओस, मकदूनिया (केवल महिलाओं के लिए), मडागास्कर (केवल महिलाओं के लिए), माल्डोवा, मंगोलिया, नेपाल (केवल महिलाओं के लिए), रूस, ताजीकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, यूगांडा, यूक्रेन, उज़्बेकिस्तान, वियतनाम, अउर ज़ाम्बिया मा ई दिन एक आधिकारिक अवकाश के रूप मा मनावा जात है।
कुछ देसन मा, जैसन कैमरून, क्रोएशिया, रोमानिया, मोंटेनेग्रो, बोस्निया और हर्जेगोविना, सर्बिया, बुल्गारिया और चिली मा ई दिन कौनो सार्वजनिक अवकाश नाही है, फिर भी ई व्यापक रूप से मनावल जात है। इ दिन पुरूष अक्सर अपने जीवन मा उपस्थित महिलाओ जैसे दोस्त, मां, पत्नी, गर्लफ्रेंड, बेटी, सहकर्मी आदि का फूल या कुछ उपहार देत हैं। कुछ देशन मा (जइसे बुल्गारिया औ रोमानिया) इ दिन मातृ दिवस के रूप मा मनावा जात है, जहाँ बच्चन अपनी मां औ दादी का भी उपहार देत हैं।
2024
सम्पादन8 मार्च, 2024 का अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के लिए थीम 'महिलाओं में निवेश: प्रगति का गतिशीलता' रही। ई थीम महिला की स्थिति पर आयोग (सीएसडब्ल्यू -68) के 68वें सत्र के प्राथमिकता थीम के साथ जुड़ी हुई है, जवन की थीम "गरीबी दूर करे अउर लैंगिक समानता के साथ संस्था अउर वित्त पोषण का बढ़ावा देकर लैंगिक समानता अउर महिला सशक्तिकरण" रही।
चित्र
सम्पादन-
अफगानिस्तान, 2002 में महिला कार्य मंत्रालय में समारोह।
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वारसा, पोलैंड, 2010.
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सिडनी, ऑस्ट्रेलिया, 2011.
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मालदीव, २०१२.
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अरूशा, तंजानिया, २०१२.
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ब्राज़ील, २०१३.
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अन्तर्राष्ट्रिय महिला दिवसके र्यालिमी एक नेपाली लड्का
सन्दर्भ
सम्पादन- ↑ Singh, Priyanka (6 March 2024). "Women's Day 2024: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को ही क्यों मनाते हैं? जानें इसके पीछे की वजह". Jagran (हिन्दी में). अभिगमन तिथि 8 March 2024.
- ↑ "Happy Women's Day [Hindi]: अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस | समाज में नारी का स्थान". S A NEWS (अंग्रेज़ी में). 2021-03-07. अभिगमन तिथि 2021-03-07.
- ↑ "Women's Rights Activist, Marxist Theorist & Politician". Encyclopedia Britannica. 20 July 1998. अभिगमन तिथि 8 March 2024.
- ↑ "अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस क्या है और क्यों मनाया जाता है, जानिए". BBC News हिंदी (हिन्दी में). अभिगमन तिथि 2024-03-04.
- ↑ ""अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2024 : 'इंस्पायर इंक्लूजन' के साथ महिलाओं को प्रेरित करें"". NSTFDC.IN (अंग्रेज़ी में). 2024-03-04. अभिगमन तिथि 2024-03-04.