अवधी भाषा:संशोधन के बीच अंतर

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१९९० के पहिले केरी हिन्दी फिल्मन मा अवधी भासा कै काफी परभाव मिले। कयिउ हिन्दी फिल्मन मा अवधी बोलिउ गै है, जैसे लगान, पिपलीलाइव, अनताब बच्चन (अमिताभ बच्चन) मादरी जुबान के तौर पै कयिउ फिल्मन अउर गानन मा बोलै मा अवधी कै इस्तेमाल किहे हैं, जैसे होली खेलैं रघुबीरा (बागवान), एक रहेन ईर एक रहेन बीर (भूतनाथ) आदि।
 
'''अवधी लोक साहित्य'''
अवधी लोक साहित्य की एक समृद्ध परम्परा है। अवधी लोक साहित्य पर कई शोध हुए हैं। इनमें कुछ प्रमुख हैं- अवधी लोक साहित्य -डा॰ सरोजनी रोहतगी (१९७१)
[[श्रेणी:साहित्य ]]