गोहूँ:संशोधन के बीच अंतर
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[[फाइल:Wheat 01.jpg|200px|अंगूठाकार|दाएँ|गोहूँ]]
गोहूँ दुनिया कै एक्ठु प्रमुख अन्न फस़ल होय । यकर खेती लगभग दुनिया कै कुल देश मा होला । दुनिया मा फस़ल कै क्षेत्रमा गोहूँ (ट्रिट्रिकम एसपीपी.)- पहिल जगह पै है। दुनिया मा गोहूँ पैदा औ खपत करै वाले देश मा भारत एक्ठु प्रमुख देश होय। भारतीय कृषि मा धान कै बाद दुसरा जगह पै गोहूँ है। गोहूँ से पिसान बनाला । खास कइ कै पूरुब भारत औ नेपाल मा गोहूँक् पिसाने कै रोटी बनाएक खालैं। गोहूँकै पैरा गाय भैंस कै खिआवेम प्रयोग होत है । १९६०कै दशककै अन्तिम ओर हरित क्रान्ति से गोहूँकै उत्पादन मा बढिया असर परा है । देशमा यकर उत्पादन बढावैक कृषि मन्त्रालयले ढेर जोड देत है। वर्तमान मा उत्तर प्रदेश, पञ्जाब र हरियाणा प्रमुख तीन गोहूँ उत्पादक राज्य होयँ। यीहै तीनो राज्य देश मा उत्पादन होय वाला गोहूँ कै करिब ७० प्रतिशत जगह समेटे हैं। ढेर उत्पादन मा उत्तर प्रदेश पहिला है लेकिन उत्पादकता (उत्पादन करेक क्षमता) मा इ पञ्जाब औ हरियाणासे पाछे है। बढिया सिँचाइ व्यवस्था कै नाते यी राज्यन मा ढेर गोहूँ पैदावार करेक क्षमता है। हरियाणा मा गोहूँ फस़ल होवै वाले ९८ प्रतिशत क्षेत्र सिँचित है अव पञ्जाब मा यकर अनुपात ९६ प्रतिशत है। लेकिन उत्तर प्रदेश मा खालि ८८ प्रतिशत गोहूँ फस़ल क्षेत्र सिँचित हैं। सिक्किम लगायत गैर-पारम्परिक राज्यन मा भि गोहूँ कै उत्पादन लोकप्रिय होत है। सिँचाइ सुविधा औ इ क्षेत्रन् खर्तिन अनुकूल होवै वाला बीया कै विकास कइ कै यी क्षेत्रन मा गोहूँ कै लोकप्रियता बढाइ जात है।
==फसल मौसम==
अक्टूबर-नवम्बर महिना मा इ बोइ जात है औ एकर कटिया मार्च-अप्रेल महिना मा होत है ।
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