करीमनगर से 78 किलोमीटर दूर गोदावरी नदी के किनारे बसा अहय 15वीं शताब्‍दी कय मंदिर नगरी धर्मापुरी। सुनी सुनाई बातन के हिसाब से राजा बाली वर्मा हियाँ धर्म देवता यज्ञ केहे रहें। वै चाहत रहें कि उनकय सगरौ मनई धरम का मा अउर वहि के हिसाब से ब्यउहार करंय। एह कारन एह गांव का धर्मपुरी कहा जाय लाग। भाषा पढ़ाई, साहित्‍य, नृत्‍य अउर संगीत के क्षेत्र म ई गांव खास जगह रक्खत हय। नगर के खास मंदिरन म 13वीं शताब्‍दी मा बना श्री लक्ष्‍मी नरसिम्‍हा स्‍वामी मंदिर, श्री वैंकटेश्‍वर स्‍वामी मंदिर, श्री रामलिंगेश्‍वर स्‍वामी मंदिर (जहां शिव अउर विष्‍णु कय प्रतिमा एक दूसरे के साथ अहँय।) शामिल अहँय। गोदावरी एह जगह कय मोह का अउरव बढ़ाय देत हय।