रहीम
रहीम एक मध्यकालीन सामंतवादी संस्कृति कवि रहेन। की क्रितियन मा एक ‘सिंगार-सोरठा’ है जेहिके तहत अबहीं ले कुल छः सोरठा मिलि सका अहैं। इन सोरठन मा सिंगार रस कै समाई है, साथेन कवि के कल्पना कै सिंगारी छौंक जहाँ-तहाँ मौजूद है। यै छवो सोरठै हियाँ प्रस्तुत कीन जात अहैं। इनकै मतलबौ भरसक बताय दिहे अहन्।
बाहर के कड़ियाँ
सम्पादन- अब्दुल रहीम खानखाना : एक बहुआयामी व्यक्तित्व (देशबन्धु)
- रहीम की रचनाएँ कविताकोश में Archived 2009-04-10वेबैक मशीन पर .
- रहीम Archived 2014-08-26वेबैक मशीन पर .
- रहीम (हिंदीकुंज में)