सुषमा स्वराज (१४ फरवरी, १९५२ - ०६ अगस्त, २०१९)[२] एक भारतीय महिला राजनीतिज्ञ अउर भारत की पूर्व विदेश मंत्री रही।[१] उ साल २००९ मा भारत की भारतीय जनता पार्टी द्वारा संसद मा विपक्ष की नेता चुनी गई थी, इ नाते उ भारत की पन्द्रहवीं लोकसभा मा विपक्ष की नेता रही है। एकरे पहिले भी ऊ केन्द्रीय मंत्रिमंडल में रही चुका हैं अउर दिल्ली की मुख्यमंत्री भी रही चुकी हैं। उ २००९ के लोकसभा चुनाव खातिर भाजपा के १९ सदस्यीय चुनाव-प्रचार-समिति के अध्यक्ष भी रही।

सुषमा स्वराज
२०१७ में स्वराज
विदेश मंत्री[१]
In office
२६ मई २०१४ – 24 मई 2019
प्रधानमंत्रीनरेन्द्र मोदी
इनके पहिलेसलमान खुर्शीद
विदेश मंत्री
In office
२६ मई २०१४ – ७ जनवरी २०१६
प्रधानमंत्रीनरेन्द्र मोदी
इनके पहिलेवयलार रवि
इनके बादस्थान समाप्त
विपक्ष की नेता
In office
२१ दिसम्बर २००९ – २६ मई २०१४
इनके पहिलेलाल कृष्ण आडवाणी
इनके बादरिक्त
संसदीय मामलों की मंत्री
In office
२९ जनवरी २००३ – २२ मई २००४
प्रधानमंत्रीअटल बिहारी वाजपेयी
इनके पहिलेप्रमोद महाजन
इनके बादगुलाम नबी आजाद
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मन्त्री
In office
२९ जनवरी २००३ – २२ मई २००४
प्रधानमंत्रीअटल बिहारी वाजपेयी
इनके पहिलेसी पी ठाकुर
इनके बादअम्बुमणि रामदौस
सूचना एवं प्रसारण मंत्री
In office
३० सितम्बर २००० – २९ जनवरी २००३
प्रधानमंत्रीअटल बिहारी वाजपेयी
इनके पहिलेअरुण जेटली
इनके बादरवि शंकर प्रसाद
दिल्ली की मुख्यमंत्री
In office
१३ अक्तूबर १९९८ – ३ दिसम्बर १९९८
राज्यपालविजय कपूर
इनके पहिलेसाहिब सिंह वर्मा
इनके बादशीला दीक्षित
संसद सदस्य
विदिशा से
Assumed office
१३ मई २००९
इनके पहिलेरामपाल सिंह
संसद सदस्य
दक्षिण दिल्ली से
In office
७ मई २००६ – ३ अक्तूबर १९९९
इनके पहिलेमदन लाल खुराना
इनके बादविजय कुमार मल्होत्रा

जनम 14 फरवरी, 1952[२]
अम्बाला छावनी, पंजाब, भारत
(अब हरियाणा, भारत में)
मउत 6 अगस्त 2019[३]
एम्स दिल्ली (रात 11.23 बजे) नई दिल्ली, भारत
जनम कय नाँव सुषमा शर्मा
राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी
जीवन संगी स्वराज कौशल
शैक्षिक सम्बद्धता सनातन धर्म कालेज
पंजाब विश्वविद्यालय, चण्डीगड

अम्बाला छावनी मा जनमल सुषमा स्वराज एस. डी. कालेज अम्बाला छावनी से बी. ए. अउर पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ से कानून कय डिग्री लिहिन। पढाई पूरी कईला के बाद ऊ पहिले जयप्रकाश नारायण के आन्दोलन में बढ़ चढ़ के भाग लिहिन। आपातकाल का पुरजोर विरोध कइला के बाद ऊ सक्रिय राजनीति से जुड़ गइनी. २०१४ मा उ भारत कय पहिलका महिला विदेश मंत्री रही, जबकि एकरे पहिले इंदिरा गांधी दुई बार कार्यवाहक विदेश मंत्री रह चुकलिन। कैबिनेट मा उनका सम्मिलित कइके उनकर कद अउर योग्यता का स्वीकार करा। दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री का गौरवशाली इतिहास रहा है।

प्रारंभिक जीवन सम्पादन

सुषमा स्वराज (विवाह पूर्व शर्मा) का जन्म १४ फरवरी १९५२ के हरियाणा (तब पंजाब) राज्य के अम्बाला छावनी में, हरदेव शर्मा अउर लक्ष्मी देवी के घर भइल रहे उनकर पिता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख सदस्य रह चुकल रहले. स्वराज का परिवार मूल रूप से लाहौर के धरमपुरा क्षेत्र का निवासी रहा, जवन अब पाकिस्तान में बा. उ अम्बाला के सनातन धर्म कॉलेज से संस्कृत अउर राजनीति विज्ञान मा स्नातक की उपाधि प्राप्त कीन। १९७० मा उ अपने कालेज मा सर्वश्रेष्ठ छात्रा का सम्मान से सम्मानित भई रहिन। ऊ लगातार तीन साल तक एस. डी. कालेज छावनी की एन सी सी की सर्वश्रेष्ठ कैडेट अउर तीन साल तक राज्य की सर्वश्रेष्ठ हिन्दी वक्ता भी चुनी गई । एकरे बाद ऊ पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से विधि के शिक्षा प्राप्त कइलन. ९] पंजाब विश्वविद्यालय से भी उन्हें १९७३ मा सर्वोच्च वक्ता का सम्मान मिला रहा था। १९७३ मा ही स्वराज भारतीय सर्वोच्च न्यायालय मा अधिवक्ता के पद पै कार्य करैं लागिन। १३ जुलाई १९७५ का उनकर बिआह स्वराज कौशल से भईल, जे सर्वोच्च न्यायालय में उनकर सहयोगी अउर साथी अधिवक्ता रहलन. कौशल बाद मा छ साल तक राज्यसभा मा सांसद रहे, अउर इ के अतिरिक्त ऊ मिजोरम प्रदेश कय राज्यपाल भी रहि चुके हैं। स्वराज दम्पति क एक बिटिया बांसुरी अहइ जउन लन्दन क इनर टेम्पल मँ वकालत करत अहइ। सुषमा स्वराज का ६ अगस्त २०१९ का रात ११.२४ बजे दिल्ली में निधन हो गया।

हिन्दी, संस्कृत पक्षधर सम्पादन

सुषमा स्वराज का हिन्दी पर बड़ा शानदार पकड़ रहा था। उनके हिन्दी मा तत्सम शब्द जादा होत रहे। फिर भी उनकी भाषा, रचना, रचना का अंदाज़ा कुछ साफ दिखाई दे रहा था। विदेश मंत्री रहिके सुषमा स्वराज आपन एक चर्चित भाषण में सितम्बर २०१६ मा संयुक्त राष्ट्र मा हिन्दी मा ही भाषण दिहिन। उ जउन कछू सोचत ह उहइ बोलत मँ खुस होत ह। विश्व हिन्दी सम्मेलन मा ऊ खूब भाग लेत रहिन। हिन्दी कय संयुक्त राष्ट्र संघ कय आधिकारिक भासा बनावे कय भी उ कई प्रयास कईलन.

संस्कृत से भी उनका विशेष प्रेम रहा। उ हमेसा संस्कृत ही सपथ लेत रही । ऊ कई अवसरन पे संस्कृत में भाषण दिहेन। २०१२ मा साउथ इंडिया एजुकेशन सोसाइटी सुषमा का पुरस् कार देहेस जवन मुम्बई मा सम्पन्न भय। संस्कृत कय कई विद्वान आवाथिन। सम्मान प्राप्ति के बाद जब भाषण देवे के बारी आई, त सुषमा बोले खातिर संस्कृत के चुनलीं. सम्मान मा जे धनराशि मिली थी, ऊ संस्था क लौटावत कहली कि संस्कृत के काम में ऊ धन लगा दिहीं। इसी प्रकार जून २०१५ मा १६वां विश्व संस्कृत सम्मेलन बैंकक मा सम्पन्न हुआ जेकर मुख्य अतिथि सुषमा स्वराज रहीं। उ पांच दिन के सम्मेलन का उद्घाटन भासन संस्कृत मा करे रहिन।

उ कई भाषाओं मा सहजोग से बोली जात रहिन। हिन्दी बढ़िया, अंग्रेजी फ़्लुएंट, संस्कृत धाराप्रवाह, हरियाणवी धड़ाधड़, पंजाबी एतना प्यारी, उर्दू भी एतना बढ़िया. फिर जब कर्नाटक से चुनाव लड़े, त कन्नड़ भी सीख लिहिन.

भाषाविज्ञान के साथ साथ ऊ प्रखर अउर ओजस्वी वक्ता, प्रभावशाली सांसद अउर कुशल प्रशासक भी रहीं। एक समय अटल बिहारी वाजपेयी के बाद सबसे लोकप्रिय वक्ता रहीं।

राजनीति मा कैरियर सम्पादन

७० के दशक मा ही स्वराज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ी रहिन। उनकर पति, स्वराज कौशल, समाजवादी नेता जॉर्ज फर्नांडिस के नजदीक रहैं, अउर एही कारन ऊ भी १९७५ में फर्नांडिस की कानूनी टीम का भाग बनि गइ। आपातकाल के समय ऊ जयप्रकाश नारायण के सम्पूर्ण क्रांति आंदोलन मा बढ़ चढ़ के भाग लिहिन। आपातकाल खतम होइ जाए के बाद ऊ जनता पार्टी कय सदस्य बनि गइ । १९७७ में ऊ अम्बाला छावनी विधानसभा क्षेत्र से हरियाणा विधानसभा खातिर विधायक का चुनाव जीती अउर चौधरी देवी लाल की सरकार में १९७७ से १९७९ के बीच राज्य का श्रम मंत्री रहिके २५ साल की उमर में कैबिनेट मंत्री बने का रिकार्ड बनवले रहे.[४] सन् १९७९ मा तब २७ साल की स्वराज हरियाणा राज्य मा जनता पार्टी की राज्य अध्यक्ष बनीन् ।

अस्सी के दशक मा जब भारतीय जनता पार्टी कै गठन भवा तब उहौ भी एमा सम्मिलित होइ गइन ।[५] एकर बाद १९८७ से १९९० तक फिर से ऊ अम्बाला छावनी से विधायक रही, अउर भाजपा - लोकदल संयुक्त सरकार में शिक्षा मंत्री रही.[६] अप्रैल १९९० मा ऊ राज्यसभा सदस्य के रूप मा निर्वाचित भईन्, जहाँ ऊ १९९६ तक रहीन् । १९९६ मा ऊ दक्षिण दिल्ली संसदीय क्षेत्र से चुनाव जीती, अउर १३ दिन की वाजपेयी सरकार में सूचना अउर प्रसारण मंत्री रही. मार्च १९९८ मा ऊ दक्षिण दिल्ली संसदीय क्षेत्र से एक बार फिर चुनाव जितले. इ बार फिर से उ वाजपेयी सरकार मा सूचना प्रसारण मंत्री के रूप मा शपथ लिहेन, जौनके पास दूरसंचार मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार रहा। १९ मार्च १९९८ से १२ अक्टूबर १९९८ तक ऊ ई पद पर रही । इ अवधि के दौरान उनके सबसे उल्लेखनीय फैसले फिल्म उद्योग का एक उद्योग के रूप मा घोषित करे रहेन, जेसे भारतीय फिल्म उद्योग का भी बैंक से लोन मिल सका.

अक्टूबर १९९८ में उ केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिहिन, अउर १२ अक्टूबर १९९८ का दिल्ली की पहिला महिला मुख्यमंत्री के रूप मा कार्यभार ग्रहण कई दिहिन। हालाँकी, ३ दिसम्बर १९९८ के उ आपन विधानसभा सीट से इस्तीफा दे दिहिस, अउर फिर से राष्ट्रीय राजनीति मा फिर से लौटि गै। सितम्बर १९९९ मा ऊ कर्नाटक के बेलारी निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव लड़े रहिन। आपन चुनावी अभियान के दौरान उहौ स्थानीय कन्नड़ भासा मा ही सार्वजनिक सभा का संबोधित करिन। फिर भी वो ७ प्रतिशत का अंतर से चुनाव हार गईं। अप्रैल २००० मा ऊ उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सदस्य के रूप मा संसद मा वापस आइ गइन। ९ नवम्बर २००० का उत्तर प्रदेश के विभाजन पर उनका उत्तराखण्ड मा स्थानांतरित कर दियल गईल। [ २०] उ केंद्रीय मंत्रिमंडल मा सूचना अउर प्रसारण मंत्री के रूप मा फिर से सम्मिलित हइन, जेकर पद सितम्बर २००० से जनवरी २००३ तक रही। २००३ मा ऊ स्वास्थ्य, परिवार कल्याण अउर संसदीय मामिला मंत्री बनाइन, अउर मई २००४ मा राजग की हार तक ऊ केंद्रीय मंत्री रही।

अप्रैल २००६ मा स्वराज का मध्य प्रदेश राज्य से राज्यसभा मा तिसरका कार्यकाल खातिर फिर से चुनल गयल. एकरे बाद २००९ में ऊ मध्यप्रदेश के विदिशा लोकसभा सीट से ४ लाख से ज्यादा वोट से जीत गईलन. २१ दिसम्बर २००९ का लालकृष्ण आडवाणी की जगह सुषमा स्वराज १५ वीं लोकसभा में विपक्ष की नेता बनीं अउर मई २०१४ में भाजपा की जीत तक ऊ एही पद पर आसीन रही। साल २०१४ मा उ विदिशा लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र से दुबारा लोक सभा कय सांसद चुनी गइ हैं अउर उनका भारत कय पहिला महिला विदेश मंत्री होय का सौभाग्य मिला है। भाजपा मा राष्ट्रीय मंत्री बने वाली पहिली महिला सुषमा के नाम पर कई रिकॉर्ड दर्ज है। उ भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता बने वाली पहिली महिला हई, उ कैबिनेट मंत्री बने वाली भी भाजपा की पहिली महिला हई, उ दिल्ली की पहिली महिला मुख्यमंत्री रहीं अउर भारत की संसद में सर्वश्रेष्ठ सांसद का पुरस्कार पाने वाली भी पहिली महिला हई। ई दिल्ली की पहिला महिला मुख्यमंत्री[७] अउर देश की पहली महिला प्रवक्ता हैं।

आसीन पद सम्पादन

  • १९७७–८२ हरियाणा विधान सभा की सदस्य निर्वाचित
  • १९७७–७९ हरियाणा सरकार में श्रम एवं रोजगार मन्त्री बनीं
  • १९८७–९० हरियाणा विधानसभा की सदस्य निर्वाचित
  • १९८७–९० मन्त्रिमण्डल सदस्य, शिक्षा, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, हरियाणा सरकार।
  • १९९०–९६ राज्य सभा में चुनी गयीं (प्रथम अवधि)
  • १९९६–९७ [१५ मई १९९६ – ४ दिसम्बर १९९७] सदस्य, ११वीं लोक सभा (द्वितीय अवधि)।
  • १९९६ [१६ मई – १ जून] – केन्द्रीय मन्त्रिमण्डल, सूचना एवं प्रसारण मन्त्री।
  • १९९८–९९ [१० मार्च १९९८ – २६ अप्रैल १९९९] सदस्य, १२वीं लोक सभा (तृतीय अवधि)।
  • १९९८ [१९ मार्च – १२ अक्तूबर] केन्द्रीय मन्त्रिमण्डल, सूचना एवं प्रसारण तथा दूरसंचार मंत्री (अतिरिक्त प्रभार)।
  • १९९८ [१३ अक्तूबर – ३ दिसम्बर] दिल्ली की मुख्यमन्त्री
  • १९९८ [नवम्बर] – दिल्ली विधानसभा के हौज खास निर्वाचन क्षेत्र से निर्वाचित। दिल्ली विधान सभा सीट से त्यागपत्र दिया और लोक सभा सीट जारी रखी।
  • २०००–०६ राज्य सभा सदस्य (चतुर्थ अवधि)।
  • २०००–०३ [३० सितम्बर २००० – २९ जनवरी २००३] सूचना एवं प्रसारण मन्त्री
  • २००३–०४ [२९ जनवरी २००३ – २२ मई २००४] स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मन्त्री एवं संसदीय विषयों की मन्त्री
  • २००६–०९ [अप्रैल २००६ -] सदस्य, राज्य सभा (पंचम अवधि)।
  • २००९–१४ [१६ मई २००९ – १८ मई २०१४] सदस्य, १५वीं लोक सभा (छठी अवधि)।
  • २००९-०९ [३ जून २००९ – २१ दिसम्बर २००९] लोकसभा में विपक्ष के उपनेता।
  • २००९–१४ [२१ दिसम्बर २००९ – १८ मई २०१४] विपक्ष के नेता एवं लाल कृष्ण आडवाणी का स्थान लिया।
  • २०१४–१९ [२६ मई २०१४–२४ मई २०१९] सदस्य, १६वीं लोक सभा (सातवीं अवधि)।
  • २०१४–१९ [२६ मई २०१४–२४ मई २०१९] विदेश मंत्री, केन्द्रीय मन्त्रिमण्डल।

सन्दर्भ सम्पादन

  1. १.० १.१ Nayyar, Dhiraj (29 March 2024). "Business News Today: Read Latest Business news, India Business News Live, Share Market & Economy News". The Economic Times. अभिगमन तिथि 29 March 2024.
  2. २.० २.१ D'Souza, Shanthie Mariet (13 January 2014). "Sushma Swaraj". Encyclopedia Britannica. अभिगमन तिथि 29 March 2024.
  3. Geete, Manish Geete Manish (6 August 2021). "Sushma Swaraj Death Anniversary: यह थीं संकटमोचक मिनिस्टर, दिलचस्प हैं इनके राजनीति के किस्से". Patrika News (हिन्दी में). अभिगमन तिथि 29 March 2024.
  4. "क्या भाजपा को मिलेगी पहली महिला अध्यक्ष". बिजनेस स्टैण्डर्ड. मूल (पीएचपी) से 29 मई 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 मई 2014. नामालूम प्राचल |url-status= की उपेक्षा की गयी (मदद)
  5. Archis Mohan (27 December 2015). "How Sushma Swaraj helped Modi get his Pak groove back". Business Standard. मूल से 31 दिसंबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 जून 2018. नामालूम प्राचल |url-status= की उपेक्षा की गयी (मदद)
  6. "Compendium of General Elections to Vidhan Sabha (1967–2009) in Haryana State" (PDF). NIC. मूल (PDF) से 26 मार्च 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 April 2014. नामालूम प्राचल |url-status= की उपेक्षा की गयी (मदद)
  7. Tiwari, Sanjeev (7 August 2019). "Sushma Swaraj: दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री का गौरव हासिल था सुषमा को". Jagran (हिन्दी में). अभिगमन तिथि 29 March 2024.