1,4-डाइक्लोरोबेंजिन
1,4-डाइक्लोरोबेंजिन एकठु कार्बनिक यौगिक होय।कार्बन कय रासायनिक यौगिकन् कय कार्बनिक यौगिक कहत हैं। प्रकृति में एकर संख्या 10 लाख से भी ढेर है। जीवन पद्धति में कार्बनिक यौगिकों कय बहुतै महत्त्वपूर्ण भूमिका है। एहमा कार्बन कय साथे हाइड्रोजन भी रहत है। ऐतिहासिक अव परंपरा गत कारणन् से कुछ कार्बन कय यौगकन् कय कार्बनिक यौगिक कय श्रेणी में नाइ राखा जात है। एहमे कार्बनडाइऑक्साइड, कार्बन मोनोऑक्साइड प्रमुख हैं। सब जैव अणु जैसय कार्बोहाइड्रेट, अमीनो अम्ल, प्रोटीन, आरएनए अव डीएनए कार्बनिक यौगिक होयँ। कार्बन औ हाइड्रोजन कय यौगिक कय हाइड्रोकार्बन कहत हैं। मेथेन (CH4) सबसे छोट अणुसूत्र कय हाइड्रोकार्बन होय। ईथेन (C2H6), प्रोपेन (C3H8) आदि एकरे बाद आवत हैं, जवनेमें क्रमश: एक एक कार्बन जोड़ात जात है। हाइड्रोकार्बन तीन श्रेणिन् में विभाजित कई गा हैं: ईथेन श्रेणी, एथिलीन श्रेणी औ ऐसीटिलीन श्रेणी। ईथेन श्रेणी केय हाइड्रोकार्बन संतृप्त हैं, अर्थात् एन्हनमे हाइड्रोजन कय मात्रा अउर नाइ बढ़ाए सका जात है। एथिलीन में दुइ कार्बनन् कय बीच में एक द्विबंध (=) है, ऐसीटिलीन में त्रिगुण बंध (º) वाले यौगिक अस्थायी हैं। ई आसानी से ऑक्सीकृत अव हैलोजनीकृत होइ सकत हैं। हाइड्रोकार्बनन् कय बहुत व्युत्पन्न तैयार कई सका जात हय, जवन ढेर कामे आवत है। अइसन व्युत्पन्न क्लोराइड, ब्रोमाइड, आयोडाइड, ऐल्कोहाल, सोडियम ऐल्कॉक्साइड, ऐमिन, मरकैप्टन, नाइट्रेट, नाइट्राइट, नाइट्राइट, हाइड्रोजन फास्फेट अव हाइड्रोजन सल्फेट हय। असतृप्त हाइड्रोकार्बन ढेर सक्रिय होत है औ अनेक अभिकारकन् से संयुक्त होत हय सरलता से व्युत्पन्न बनात है। अइसन् ढेर व्युत्पंन औद्योगिक दृष्टि से बड़ा काम आवत अहै। एन्हनसे ढेर बहुमूल्य विलायक, प्लास्टिक, कृमिनाशक दवाई आदि मिलत हय। हाइड्रोकार्बनन कय ऑक्सीकरण से ऐल्कोहॉल ईथर, कीटोन, ऐल्डीहाइड, वसा अम्ल, एस्टर आदि मिलत है। ऐल्कोहॉल प्राथमिक, द्वितीयक औ तृतीयक होई सकत हैं। एन्हन कय एस्टर द्रव सुगंधित होत हैं। ढेर कुल सुगंधित द्रव्य एन्हनसे तैयार कई जात अहै। इहि प्रकार 1,4-डाइक्लोरोबेंजिन कय भी ढेर प्रयोगन् में लाय जात है।