कश्यप
कश्यप ऋषि यक बैदिक ऋषि रहें। यनकय गिन्ती सप्तर्षि में कीन जात हय। हिन्दू मान्यता अनुसार यनकय बंसज से ही दुनिया आगे बढा हय।
यनकय पिता ब्रह्मा कय बेटवा मरीचि ऋषि रहें।
परिचय
सम्पादनकश्यप ऋषि प्राचीन बैदिक ॠषिन में प्रमुख ॠषि होँय जेकर जिकिर यक दांई ॠग्वेद मा भा है। अउर संहितन में भी यनकय नाँव मिलत है। यन्है हरदम धार्मिक औ रहस्य से भरा चरित्र वाला बताइ जात है औ बहुत प्राचीन कहि गा है। ऐतरेय ब्राह्मण कय अनुसार यन 'विश्वकर्मभौवन' नाँव कय राजा कय अभिषेक कराय रहें।
महाभारत औ पुराणन में असुरन कय सुरुवात औ वंशावली कय बर्णन में कहि गा है की ब्रह्मा कय सात मानस बेटवन में से एक 'मरीचि' रहें जे अपने इच्छा से कश्यप नांव कय प्रजापति बेटवा कय पैदा किहिन। कश्यप दक्ष प्रजापति कय 17 बिटियन से बियाह किहिन। दक्ष कय इ बिटियन से जे सन्तान पैदा भँय ओनकै नाँव निचे हय :
- अदिति से आदित्य (देवता)
- दिति से दैत्य
- दनु से दानव
- काष्ठा से अश्व आदि
- अनिष्ठा से गन्धर्व
- सुरसा से राक्षस
- इला से वृक्ष
- मुनि से अप्सरागण
- क्रोधवशा से सर्प
- सुरभि से गौ औ महिष
- सरमा से श्वापद (हिंस्त्र पशु)
- ताम्रा से श्येन-गृध्र आदि
- तिमि से यादोगण (जलजन्तु)
- विनता से गरुड़ औ अरुण
- कद्रु से नाग
- पतंगी से पतंग
- यामिनी से शलभ